बदलापुर मामला: पिछले महीने बदलापुर में हुई एक गंभीर घटना ने पूरे राज्य में आक्रोश पैदा कर दिया, जिसमें दो छोटी लड़कियों के साथ बलात्कार किया गया। इस घटना के आरोपी, अक्षय शिंदे, का हाल ही में एनकाउंटर कर दिया गया है, जिसने राजनीतिक माहौल को और भी गर्म कर दिया है। विपक्ष सत्तारूढ़ महागठबंधन सरकार की आलोचना कर रहा है, वहीं पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
पूर्व मंत्री और युवा सेना के नेता आदित्य ठाकरे ने इस एनकाउंटर पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया कि अक्षय शिंदे को उसके अमानवीय कृत्यों के लिए कानून के दायरे में सजा मिलनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि जो कुछ हुआ वह लापरवाही और संदेहास्पद है। ठाकरे ने यह भी चिंता जताई कि कुछ राजनीतिक दल इस घटना का उपयोग अपने फायदे के लिए कर सकते हैं।
उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि स्कूल के संचालक का अब तक पता क्यों नहीं चल पाया और कौन उन्हें बचाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग की ताकि इस घटना की सभी परतें उजागर हो सकें।
सोमवार (23 तारीख) को मुंब्रा बाइपास पर पुलिस और अक्षय के बीच झड़प हुई, जिसमें अक्षय ने पुलिस की बंदूक छीनकर फायरिंग की। इस फायरिंग में एपीआई नीलेश मोरे घायल हुए, और पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई, जिससे अक्षय की मौत हो गई। यह घटना ठाणे पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत आई है।
एनसीपी के वरिष्ठ नेता शरद पवार ने भी ट्वीट करके इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने गृह विभाग की लापरवाही पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार कानून को लेकर इतनी कमजोर हो गई है कि भविष्य में कोई भी ऐसे निंदनीय कृत्यों के बारे में सोचने की हिम्मत नहीं करेगा। पवार ने आशा व्यक्त की कि इस घटना की गहन जांच से स्थिति स्पष्ट होगी।