अक्षय शिंदे की मौत के बाद सोशल मीडिया पर देवेंद्र फड़णवीस और एनकाउंटर जैसे शब्द ट्रेंड कर रहे हैं। बदलापुर में नाबालिग लड़कियों से दुष्कर्म के मुख्य आरोपी अक्षय शिंदे की पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई। सोमवार शाम मुंब्रा बाइपास पर पुलिस वाहन पर फायरिंग के दौरान, अक्षय ने एक पुलिस अधिकारी की बंदूक छीनकर तीन गोलियां चलाईं, जिसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा में फायरिंग की। गृह मंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने इस घटना की जानकारी दी।
बदलापुर मामले के बाद जनता का गुस्सा फूट पड़ा, जिससे नागरिकों ने बदलापुर स्टेशन पर ट्रेन रोकने का फैसला किया और आरोपियों को तत्काल फांसी की मांग की। विपक्ष ने इस मामले में गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग की है। वहीं, अक्षय शिंदे की मौत के बाद कुछ लोग फड़णवीस और उनके गृह विभाग की सराहना भी कर रहे हैं।
23 सितंबर को ‘देवा भाऊ’ शब्द ट्रेंड कर रहा था, जबकि अब एनकाउंटर और देवेंद्र फड़णवीस जैसे शब्दों पर चर्चा हो रही है। इसके साथ ही ‘भगवान का न्याय’ हैशटैग भी ट्रेंड कर रहा है, जिसमें फड़णवीस की प्रशंसा की जा रही है।
विपक्ष ने इस मुठभेड़ को सुनियोजित एनकाउंटर करार दिया है, बताते हुए कि लोगों की मांग थी कि अक्षय को मार दिया जाना चाहिए। कुछ सत्ताधारी नेताओं ने कहा कि उसकी मौत से क्या फर्क पड़ता है? इस तरह की प्रतिक्रियाएं इस घटना के विवाद को और बढ़ा रही हैं।