Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की घोषणा जल्द ही होने की उम्मीद है। चुनाव से पहले महा विकास आघाड़ी और महायुति के बीच सीटों का बंटवारा लगभग तय हो चुका है। अगले दो से तीन दिनों में सीट आवंटन की आधिकारिक घोषणा की जा सकती है। हालांकि, इस बंटवारे के बाद माविया और महायुति विद्रोहियों के लिए नई चुनौतियाँ सामने आ सकती हैं।
भाजपा ने महागठबंधन के तहत 150 से 160 सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना को 80 से 90 सीटें मिलने की संभावना है, जबकि उपमुख्यमंत्री अजित पवार की एनसीपी को 40 से 50 सीटें मिलेंगी। इस महागठबंधन में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने की तैयारी कर रही है, और उनकी नजर कम से कम 90 सीटें जीतने पर है। वर्तमान में विधानसभा में उनके पास 105 सदस्य हैं।
एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की शिवसेना का लक्ष्य 50 सीटें जीतना है, जबकि यदि अजित पवार आधी सीटें भी जीतते हैं, तो महागठबंधन सरकार फिर से सत्ता में आ सकती है। बताया जा रहा है कि भाजपा नेता उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने निर्दलियों का समर्थन हासिल करने की रणनीति बनाई है।
महाविकास आघाड़ी में कांग्रेस 110 से 125 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है, जबकि उद्धव बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना 80 से 90 सीटों पर और शरद चंद्र पवार की एनसीपी 80 से 90 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। बाकी सीटों के लिए वामपंथी और प्रगतिशील पार्टियों को शामिल करने पर भी विचार किया जा रहा है।लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 14 सीटें जीतकर महाराष्ट्र में सबसे अधिक सीटें हासिल की थीं, और अब वह विधानसभा चुनाव में 80 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य बना रही है। शरद पवार की एनसीपी भी 50 से अधिक सीटें जीतने की दिशा में अग्रसर है।
आखिर क्या चाहती है शिवसेना ठाकरे पार्टी?
शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करते हुए फिर से मुख्यमंत्री पद हासिल करने की इच्छुक है। सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने मुंबई और उसके आसपास की सीटों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है, जिससे उनकी स्थिति मजबूत बनी हुई है।
महागठबंधन की सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने हाल ही में मुंबई का दौरा किया, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के साथ सीट आवंटन पर चर्चा की। इस चर्चा में 150:85:53 का फॉर्मूला प्रस्तावित किया गया है। बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि मुख्यमंत्री पद का चेहरा चुनाव परिणामों के बाद तय किया जाएगा।