भंडारा की राजनीति में पूर्व विधायक चरण वाघमारे और जननायक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले की गुप्त दोस्ती अब खुलकर सामने आ चुकी है। चुनावों में वाघमारे ने पटोले की प्रतिष्ठा को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अब, तुमसर-मोहाडी विधानसभा चुनाव के निकट, वाघमारे के समर्थक कह रहे हैं कि पटोले को मदद का बदला चुकाने का समय आ गया है।
चाहे भंडारा जिला परिषद का चुनाव हो या लोकसभा का, वाघमारे ने पटोले का हर मुश्किल घड़ी में साथ दिया। अब, जब चुनाव नजदीक हैं, तो वाघमारे को पटोले की मदद की जरूरत पड़ सकती है। पटोले को “यारों के यार” के नाम से भी जाना जाता है, और वह अपनी दोस्ती को बेहद महत्व देते हैं। इसलिए, यह पूरी संभावना है कि वे गुप्त रूप से वाघमारे की मदद करेंगे।
भविष्य के विधानसभा चुनाव में नाना पटोले को वाघमारे की आवश्यकता हो सकती है। भंडारा जिले में वाघमारे के विकास फाउंडेशन के 50,000 से अधिक सदस्य हैं, जबकि पटोले के क्षेत्र में 18,000 सदस्य पंजीकृत हैं। बीजेपी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए, नानाभाऊ के लिए इन वोटों को आकर्षित करना आवश्यक होगा। भंडारा विधानसभा क्षेत्र में वाघमारे को नजरअंदाज करना किसी भी उम्मीदवार के लिए मुश्किल होगा। भंडारा तालुका में 12,000 सदस्यों का रिकॉर्ड यह दिखाता है कि आगामी चुनाव में पटोले को वाघमारे की मित्रता को मजबूत करना होगा। इस प्रकार, दोनों नेताओं के बीच की दोस्ती भविष्य में महत्वपूर्ण साबित होगी।