बदलापुर में अक्षय शिंदे के एनकाउंटर ने राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। विपक्ष ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि यह एक साजिश है और मामले को दबाने के लिए शिंदे की हत्या की गई। एनसीपी के वरिष्ठ नेता शरद पवार ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बदलापुर में दो बच्चों के साथ हुए अन्याय को उचित कानून के तहत सुलझाया जाना चाहिए था। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि गृह विभाग द्वारा आरोपी को स्थानांतरित करने में बरती गई ढिलाई चिंताजनक है।
पवार ने कहा कि सरकार कानून को लेकर इतनी कमजोर हो गई है कि भविष्य में कोई इस तरह के निंदनीय कृत्य की सोच भी नहीं सकेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस घटना की गहन जांच से स्थिति स्पष्ट होगी।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नानाभाऊ पटोले ने भी इस मामले में अपनी राय दी। उन्होंने ट्वीट किया कि अक्षय शिंदे की पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई है और कहा कि शिंदे ने पुलिस से बंदूक छीन ली थी, जिससे आत्मरक्षा में गोली चलाई गई।
इस बीच, गृह मंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने घटना पर जानकारी देते हुए कहा कि पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई। उन्होंने स्पष्ट किया कि शिंदे ने पुलिस पर गोली चलाई थी और इस कार्रवाई में उसकी मौत हो गई। फड़णवीस ने बताया कि डॉक्टरों ने आधिकारिक रूप से उसे मृत घोषित कर दिया है।
इस एनकाउंटर ने राजनीतिक पार्टियों के बीच तकरार को और बढ़ा दिया है।