संजय राउत ने नागपुर में कांग्रेस की बैठक पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नाना पटोले के लिए मुख्यमंत्री पद की मांग करना ‘नुकसानदेह’ है। नागपुर में विधायकों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने पटोले के समर्थन में नारेबाजी की, जिस पर राउत ने चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस पार्टी में ऐसी कोई भूमिका है, तो निर्णय राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे लेंगे।
राउत ने यह भी बताया कि कुछ कांग्रेस नेता मुख्यमंत्री पद हथियाने की बात कर रहे हैं, जो पार्टी के लिए बड़ी चिंता का विषय है। उन्होंने नाना पटोले की संयमिता की तारीफ करते हुए कहा कि वह एक उदारवादी और निस्वार्थ नेता हैं, जो कांग्रेस के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
इसके अलावा, राउत ने महाविकास आघाड़ी में किसी सर्वेक्षण की कमी की बात की और कहा कि ऐसे अटकलों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन संभव है और इसके संकेत पहले से ही दिखाई दे रहे हैं। राज्य के परिणामों के बारे में उन्हें पूरी जानकारी है और यह समझते हैं कि बदलाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
संजय राउत के इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि कांग्रेस में आंतरिक विवाद और नेतृत्व को लेकर असमंजस बना हुआ है, जबकि नाना पटोले की छवि एक जिम्मेदार नेता की है।