प्रकाश अंबेडकर की अगुवाई में राज्य की विभिन्न राजनीतिक पार्टियों को एकजुट कर तीसरा गठबंधन बनाने की कोशिश की जा रही है। इस गठबंधन में आदिवासी समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाली गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (गोंगपा) भी शामिल है। इन पार्टियों ने मिलकर विधानसभा चुनावों में साथ लड़ने का ऐलान किया है। लोकसभा चुनाव में दलित और आदिवासी महाविकास अघाड़ी के साथ थे, लेकिन विधानसभा चुनावों में उनके अलग होने से महाविकास अघाड़ी को झटका लगने की संभावना है।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का पूर्वी विदर्भ में मजबूत जनाधार है, और यह नागपुर जिले में जिला परिषद के सदस्य भी हैं। रामटेक विधानसभा क्षेत्र में गोंगपा के प्रत्याशी हमेशा चुनावी मैदान में होते हैं। उल्लेखनीय है कि रामटेक से पूर्व बीजेपी विधायक मल्लिकार्जुन रेड्डी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से की थी।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हरीश उइके ने 6 अक्टूबर को कस्तूरचंद पार्क में गोंगपा और वंचित बहुजन अघाड़ी के सत्ता अर्जन सम्मेलन का ऐलान किया। इससे पहले, प्रकाश अंबेडकर ने नागपुर में विभिन्न आदिवासी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी। वे अन्य संगठनों से भी संपर्क साधने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि ‘एमएआईएम’ के साथ उनकी बातचीत विफल रही है।
हरीश उइके ने कहा कि आजादी के बाद से आदिवासियों के साथ लगातार अन्याय हुआ है। उनकी संपत्ति, जल, जमीन और जंगल पर हमला हो रहा है, लेकिन सत्ता में बैठे दलों के आदिवासी प्रतिनिधि अपनी आवाज नहीं उठा पा रहे हैं। इसलिए गोंगवा गणतंत्र पार्टी और वंचित बहुजन अघाड़ी ने उन सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है, जहां आदिवासियों को सच्ची भागीदारी मिल सके।