केलशी सैंड ड्यून, महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में स्थित एक अद्भुत प्राकृतिक आश्चर्य है। यह विशाल रेत की पहाड़ी 15वीं सदी की प्रलयंकारी सुनामी के बाद बनी थी। रत्नागिरी जिले के डोपिली में, दापोली के पास, यह रेत की पहाड़ी केलशी गांव की सुरक्षा दीवार के रूप में कार्य करती है। यह पहाड़ी समुद्र से आने वाले तूफानों से गांव को सुरक्षित रखती है। यदि यह रेत का पहाड़ विलुप्त हो जाता है, तो भविष्य में केलशी गांव गंभीर खतरे का सामना कर सकता है।
इस अद्भुत रेत के पहाड़ का निर्माण सुनामी के बाद समुद्र में उठे रेतीले तूफान के कारण हुआ था, जिसने यहां रेत जमा कर दी। केलशी गांव सात रेत की पहाड़ियों पर बसा है, लेकिन लगातार आने वाले तूफानों और ज्वार-भाटे के कारण इनका अस्तित्व संकट में है। मूलतः 18 मीटर ऊंचे इस पहाड़ की ऊंचाई अब मात्र 8 मीटर रह गई है।
केलशी सैंड ड्यून पर्यटकों के बीच एक प्रमुख आकर्षण बन गया है। दापोली घूमने आने वाले लोग निश्चित रूप से इस रेत की पहाड़ी को देखने के लिए यहां आते हैं। केलशी गांव पुणे और मुंबई से लगभग पांच घंटे की दूरी पर स्थित है।
स्थानीय लोगों में यह मान्यता है कि इस पहाड़ के नीचे खजाना छिपा है, जिसके चलते कई लोगों ने इसे खोदने की कोशिश की है। हालांकि, भौगोलिक दृष्टि से गांव की सुरक्षा के लिए इस रेत के पहाड़ का संरक्षण अत्यंत आवश्यक है।